श्री सुधीर कुमार
निदेशक अंशकालीन (सरकारी)
श्री सुधीर कुमार को रेल मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 12 मई 2020 के राष्ट्रपति आदेश की शर्तों के तहत इरकॉन के बोर्ड में अंशकालीन (सरकारी) निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। श्री सुधीर कुमार का जन्म 27 जून, 1960 को हुआ और इन्होंने जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, नैनीताल से बी.टैक (इलैक्ट्रिकल) की डिग्री प्राप्त की है। वे भारतीय रेल इलैक्ट्रिकल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसईई) के अधिकारी हैं और इन्हें रेलवे में 36 वर्षों का प्रबुद्ध और व्यापक अनुभव प्राप्त है। इनके पूर्ववर्ती कायभारों में मंडल रेल प्रबंधक, धनबाद, जो भारतीय रेल का सबसे बड़ा मंडल है, कार्यपालक निदेशक (विकास) रेलवे बोर्ड, कार्यपालक निदेशक (ऊर्जा प्रबंधन) रेलवे बोर्ड, प्रधान कार्यपालक निदेशक (ट्रांस्फॉर्मेशन) रेलवे बोर्ड, सलाहकार (चल स्टॉक) रेलवे बोर्ड और अपर सदस्य (रेल विद्युतीकरण) एवं ट्रांस्फॉर्मेशन रेलवे बोर्ड शामिल हैं। इनका वर्तमान पदभार अपर सदस्य (नियोजन), रेलवे बोर्ड है, जिनमें रेल अवसंरचनात्मक परियोजनाओं के निवेश और निष्पादन के प्राथमीकरण सहित इन परियोजनाओं के नियोजन और बजट निर्धारण का कार्य शामिल है। वे नबीनगर, बिहार में 1,000 मे.वा. ऊर्जा संयंत्र की स्थापना हेतु रेलवे और एनटीपीसी (भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड) के संयुक्त उपक्रम, तथा बिहार में नए इंजन कारखाने की स्थापना, जो कि सबसे बड़ी मेक-इन-इंडिया पहले है जिसने रेलवे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का मार्ग प्रशस्त किया, के लिए एल्स्टॉम और रेलवे (मधेपुरा इलैक्ट्रिक लोको कंपनी लिमिटेड, मधेपुरा) के संयुक्त उपक्रमों के निदेशक मंडल में संस्थापक निदेशक और रेलवे बोर्ड के प्रतिनिधि थे। रेलवे बोर्ड में तीन वर्ष से अधिक की अवधि (जनवरी, 2017 से) के लिए ट्रांस्फॉर्मेशन के प्रमुख के रूप में ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सुधार करने के लिए संगठन को सुचारू बनाने के उद्देश्य से इनके नेतृत्व में बड़ी संख्या में प्रक्रियाओं और संरचनाओं तथा संगठनात्मक सुधारों को निष्पादित किया गया है। इन्होंने विभिन्न पदभारों के तहत और विभिन्न प्रशिक्षणों के लिए विदेशों (यूके, यूएसए, जर्मनी, फ्रांस, स्विजरलैंड, जापान) की व्यापक यात्रा की है।